इंजी. सर्वजीत सिंह डडवाल
सदस्य (विद्युत)
इंजी. सर्बजीत सिंह डडवाल ने 30 दिसम्बर, 2022 को सदस्य (विद्युत), बीबीएमबी के रूप में पदभार ग्रहण किया। उनकी तत्काल पूर्ववर्ती तैनाती 24 सितम्बर, 2021 से बीबीएमबी में मुख्य अभियन्ता (उत्पादन) के रूप में थी और जुलाई 2017 से बीबीएमबी में प्रतिनियुक्ति
पर हैं। मुख्य अभियन्ता (उत्पादन) के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान, भाखड़ा लेफ्ट बैंक में यूनिट # 3 का अद्यतन यानी 108 मेगावाट से 126 मेगावाट तक इसके RMU कार्य के उपरान्त सफलतापूर्वक पूरा हो गया था और आखिरी यूनिट, यानि यूनिट #1 के अद्यतन का कार्यभी शुरू
हो गया है तथा वर्तमान में कार्य प्रगति पर है। इस यूनिट का कार्य मार्च/अप्रैल में समाप्त होने का अनुमान है।
शैक्षणिक योग्यता : इन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय के अंतर्गत गुरू नानक देव इंजीनियरिंग कॉलेज, लुधियाना से इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की।
कार्य अनुभव : 34 से अधिक वर्षों के अपने पेशेवर केरियर में, इन्हें भारत और विदेशों में विभिन्न विद्युत परियोजनाओं से व्यापक अनुभव प्राप्त हुआ है। इनकी कुछ विशेषज्ञतांए और कौशल निम्न प्रदर्शित किए गए हैं :
जेसीटी पॉलिएस्टर फाइबर: ये तत्कालीन पंजाब स्टेट इलैक्ट्रिसिटी बोर्ड (पीएसईबी) में शामिल होने से पहले थापर समूह के तहत पॉलिएस्टर फाइबर यूनिट के निर्माण, परीक्षण और कमीशनिंग से जुड़े थे।
मुकेरियां पनबिजली परियोजना (पीएसपीसीएल के तहत), हाजीपुर (45 मेगावाट) : अप्रैल, 1991 से जुलाई 1997 तक संचालन और अनुरक्षण के कार्यों की देखरेख की।
रणजीत सागर बांध, शाहपुरकंडी (पीएसपीसीएल के तहत), पठानकोट (600 मेगावाट): जुलाई 1997 से फरवरी 2004 तक निर्माण, परीक्षण और कमीशनिंग से जुड़े रहे।
ताला जल विद्युत परियोजना प्राधिकरण, भूटान (1020 मेगावाट) : प्रतिनियुक्ति पर ये फरवरी 2004 से जुलाई 2008 तक इस प्रतिष्ठित परियोजना के निर्माण, परीक्षण, कमीशनिंग संचालान और रख-रखाव
से जुड़े रहे।
गुरू गोबिंद सिंह सुपर थर्मल प्लांट (पीएसपीसीएल), रूपनगर (1260 मेगावाट): जुलाई 2008 से अप्रैल 2011 तक प्रोक्योरमेंट एंड मेटेरियल मैनेजमेंट के कार्यों की देखरेख की।
पुनातसांगछू हाइड्रो प्रोजक्ट अथॉरिटी-1, भूटान (1200 मेगावाट): एक बार पुन: अप्रैल, 2011 से अक्तूबर 2014 तक प्रतिनियुक्ति पर और ईएंडएम पैकेजों के लिए निविदा दस्तावेज, विनिर्देशों, मूल्यांकन और अनुबंधों को अंतिम रूप देने, ईओटी
क्रेनों के निर्माण, प्रथम और द्वितीय एम्बेडिंग घटकों और इलेक्ट्रो-मैकेनिकल पैकेजों के निरीक्षण से जुडे रहे।
उन्होंने 200 मेगावाट इकाइयों की रेटिंग के लिए जेनरेटर के शाफ्ट के निरीक्षण के लिए चीन का दौरा किया। 400KV गैस इंसुलेटेड सिस्टम (GIS) का निरीक्षण करने के लिए जापान और दक्षिण कोरिया का दौरा भी किया।
इन्वेस्टमेंट प्रमोशन सेल (पीएसपीसीएल), पटियाला: वे अक्तूबर 2014 से जुलाई 2017 तक बायोमास, सौर और पन बिजली परियोजनाओं के बिजली खरीद समझौते (पीपीए) के लिए उत्तरदायी रहे।