इंजी. नंद लाल शर्मा
अध्यक्ष
श्री नंद लाल शर्मा एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रंबंध निदेशक है। वह एसजेवीएन अरूण-3 पावर डेवलपमेंट कम्पनी, नेपाल, एसजेवीएन थर्मल प्राइवेट लिमिटेड, बिहार एवं एसजेवीएन ग्रीन एनेर्जी लिमिटेड के भी अध्यक्ष है।
श्री नंद लाल शर्मा ने एमबीए और एमएससी की डिग्री प्राप्त की है। उन्होंने इंटरनेशनल सेंटर फॉर प्रमोशन ऑफ पब्लिक इंटरप्राइेजज (आई सी पी ई), यूनिवर्सिटी ऑफ लुब्लियान, स्लोवेनिया (यूरोप) से एमबीए किया है। ये डॉ. वाई.एस.परमार बागबानी एवं वानिकी विश्वविघालय,
नौणी, सोलन हिमाचल प्रदेश के पूर्व छात्र भी रहे है।
श्री नंद लाल शर्मा ने वर्ष 1989 में प्रतिष्ठित हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा में अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं करना आरंभ किया। हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवाओं में अपने कार्यकाल के दौरान इन्होंने सहायक आयुक्त, सब-डीविजनल मजिस्ट्रेट, विशेष सचिव (जीएडी),
निदेशक आयुर्वेद, विशेष सचिव (स्वास्थय) और सचिव, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड जैसे विभिन्न प्रमुख पदों पर कार्य किया है।
इन्होंने 2008 में एसजेवीएन में कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। उन्हें निदेशक (कार्मिक) एसजेवीएन के रूप में चुना गया और उन्होनें 22 मार्च 2011 से नवम्बर 2017 तक इस पद पर कार्य किया। मानव संसाधन में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने कई
मानव संसाधनो पहलों की परिकल्पना की और उन्हें सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया। वह एसजेवीएन फाउंडेशन के अध्यक्ष भी थे, जो कंपनी के सीएसआर कार्यक्रमों के क्रियान्वयन और योजना के लिए जिम्मेदार थे। उन्होंने इस दृढ़ विश्वास के साथ फाउंडेशन का नेतृत्व किया कि
किसी संगठन का विकास तभी सार्थक है जब इसे समाज के साथ साझा किया जाए।
श्री नंद लाल शर्मा ने दिसम्बर 2017 में एसजेवीएन के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक का पदभार संभाला। उन्होनें एसजेवीएन को भारत और विदेशों में तेजी से विकास की ओर अग्रसर किया है। कम्पनी का पोर्टफोलियों 2017 में लगभग 5200 मेगावाट से बढ़कर वर्तमान में लगभग 46,879
मेगावाट हो गया है। उन्होनें हाइड्रो, थर्मल, सोलर विंड, ट्रांसमिशन, कंसल्टेंसी और पावर ट्रेडिंग के क्षेत्र में एसजेवीएन के विस्तार और विविधीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। प्रशासन और विद्युत क्षेत्र में 33 वर्षों से अधिक के अनुभव के साथ श्री नंद लाल
शर्मा में चुनौतियों को अवसरों में बदलने की जन्मजात क्षमता है। उन्होनें एसजेवीएन को 2023-24 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 25000 मेगावाट और 2040 तक 50,000 मेगावाट क्षमता के अपने सांझा दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में नेतृत्व किया है। उनके नेतृत्व में, एसजेवीएन
ऊर्जा के सभी क्षेत्रों में काम करने वाली पूरी तरह से विविध अन्तर्राष्ट्रीय कंपनी में बदल गया है।