इंजी.चरणप्रीत सिंह
मुख्य अभियन्ता (भाखडा बांध)
इंजी.चरणप्रीत सिंह, पी.एस.ई.-1
मुख्य अभियन्ता/भाखड़ा बांध
ईंजी. चरणप्रीत सिंह ने बी. टैक सिविल इंजीनियरिंग गोल्ड मैडल के साथ रिजनल इंजीनियरिंग कालेज (आर.ई.सी.) जालंधर से की और मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग (एम.ई.) स्ट्रक्चर ऑनर्स के साथ थापर इन्स्टीच्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टैक्नोलॉजी पटियाला से की है।
इन्होंने पंजाब सिंचाई विभाग में उपमण्डल अधिकारी के रूप में अगस्त,1999 को नौकरी ज्वाइन की और बीबीएमबी में तैनाती मिली। तब से वह बीबीमएबी में ही कार्यरत हैं और डिजाइन, विभिन्न हाइड्रो स्ट्रक्चर्ज के तकनीकी समाधान, डैमों
के इन्स्ट्रूमैंटल डाटा के विश्लेषण, अवसादन अध्ययन एवं गाद प्रबंधन, भारतीय मानक ब्यूरो (बी.आई.एस.) कोड अपडेशटन, बॉध सुरक्षा मुददों, ड्रिप सम्बन्धी कार्यों, नंगल डैम एवं नंगल हाईडल चैनल का
संचालन, 65 वर्ष से भी ज्यादा पुराने हाइड्रो स्ट्रक्चर की विशेष मरम्मत करवाई, बीबीएमबी के भागीदार राज्यों की पानी की आवश्यकता को पूरा करने हेतू भाखड़ा एवं पौंग जलाशयों के संचालन एवं विनियम जैसे विभिन्न क्षेत्रों/कार्यों में
इनका लगभग 22 वर्ष का अनुभव है।
इन्होंने नंगल हाईड्रल चैनल (एन.एच.सी) की टैकनीकल ऑडिट रिपोर्ट तैयार की और राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न तकनीकी कागजात प्रस्तुत किए। इन्होंने बड़े डैमों की अन्तराष्ट्रीय कमेटी की जून 2019 में कनाडा में सम्पन्न वार्षिक बैठक में भी
भाग लिया है।
बीबीएमबी में उनकी समर्पित सेवाओं के लिए ए.डी.ई. एवं एक्सीइयन के रूप में चैयरमैन के विशेष मैडल से दो बार सम्मानित किया गया है।
निदेशक, जल विनियम के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान इन्होंने अन्तरराष्ट्रीय सीमाओं के नीचे पानी की बर्बादी को रोकने हेतू डाऊनस्ट्रीम पानी के लाभ का उपयोग करके दोनों जलाशयों के आऊटफ्लो को उत्कृष्ट रूप से विनियमित किया। दिनांक
21.12.2022 को इन्हें मुख्य अभियन्ता भाखड़ा बान्ध का प्रभार सौंपा गया है। उनकी सेवानिवृत्ति वर्ष 2031 में है।