श्री वीरेन्द्र कुल्हारिया
वित्तीय सलाहकार एवं मुख्य लेखा अधिकारी
श्री वीरेन्द्र कुल्हरिया भारतीय लेखा परीक्षा एवं लेखा सेवा के 2012 बैच से हैं। जून 2024 में बीबीएमबी में कार्यभार ग्रहण करने से पूर्व, ये सैंट्रल कमान में सभी सेना प्रतिष्ठानों के ऑडिट हेतु ऑडिट निदेशक के रुप में कार्य कर रहे थे। इस से पूर्व, प्रधान महा
लेखाकार (ऑडिट), हरियाणा के कार्यालय में वरिष्ठ उप महा लेखाकार के रुप में, इन्होनें स्वास्थ्य, शिक्षा, ऊर्जा, शहरी विकास और उद्योग तथा वाणिज्य सहित विभिन्न सरकारी विभागों के ऑडिट कार्य का प्रबंधन किया था। इनके पास नियामक अनुपालन तथा रणनीतिक योजना पर ध्यान देने
के साथ सरकारी विभागों, सार्वजनिक उपक्रमों और स्थानीय निकायों के वित्त तथा संचालन की समीक्षा करने का व्यापक अनुभव है। ये आईटी ऑडिट और डेटा विश्लेषण में कुशल हैं, जिससे संकट और कठिन परिस्थितियों में निर्णय लेने हेतु डेटा संचालन दृष्टिकोण इन्हें सक्षमता प्रदान
करता है।
इन्होंने राष्ट्रीय लेखा परीक्षा एवं लेखा अकादमी, शिमला में निदेशक के रूप में विभिन्न उत्तरदायित्वों का निर्वहन किया और सार्वजनिक क्षेत्र लेखा परीक्षा और सूचना प्रणाली लेखा परीक्षा में पाठ्यक्रम और अध्ययन सामग्री का अदयतन करने में महत्वपूर्ण योगदान
दिया। इन्होंने जवाहर लाल नेहरू विश्वविधालय से शुरूआती प्रशिक्षण का प्रमाणन सफलतापूर्वक पूरा किया। इन्होंने शिमला में सीएजी संग्रहालय परियोजना की संकल्पना, डीपीआर की तैयारी, निविदा और प्रारंभिक निष्पादन का मार्गदर्शन किया।
इनके अंतर्राष्ट्रीय अनुभव में जिनेवा में विश्व स्वास्थ्य संगठन की लेखा परीक्षा माल्टा में डेटा एनालिटिक्स वर्कशाप में एसएआई (SAI) इंडिया का प्रतिनिधित्व और पर्यावरण लेखा परीक्षा (WGEA) पर आईएनटीओएसएआई ( INTOSAI) वर्किग ग्रुप के तहत् पर्यावरण ऑडिट
के लिए ओपन सोर्स रिमोट सेंसिग डेटा के उपयोग करने पर एक मॉड्यूल लेख शामिल है । सिविल सेवाओं में शामिल होने से पहले, इन्होनें 2008-09 में ज्यूरिख इंश्योरेस ग्रुप लिमिटेड की समर्थित कम्प्यूटर सांइसेज कार्पोरेशन में एक सॉफ़्टवेयर डेवलपर के रूप में काम किया।
इन्होंने 2008 में पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजीनियरिंग में स्नातक की पढ़ाई पूरी की और आईआईए (IIA) से सीआईए प्रमाणन प्राप्त किया ।